रुद्राक्ष को साक्षात् भगवान शिव का स्वरूप कहा गया है। रुद्राक्ष को धारण करने से आपके जीवन के सारे कष्ट और सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। रुद्राक्ष के कई प्रकार हैं और इन्हें आप अपनी समस्या के अनुसार धारण कर सकते हैं।
कई लोगों को समझ नहीं आता है कि उनकी राशि के अधिपति ग्रह और उनकी समस्या के अनुसार उन्हें कौन-सा रुद्राक्ष धारण करना चाहिए और वो कोई भी रुद्राक्ष धारण कर लेते हैं। इस तरह धारण किया गया रुद्राक्ष निष्फल हो जाता है।
आपकी इस समस्या का हल है रुद्राक्ष कैलकुलेटर | हर व्यक्ति को अपने शुभ रुद्राक्ष के बारे में जानकारी होना लाभदायक रहता है।
रुद्राक्ष में भगवान शिव के साथ-साथ देवी पार्वती की शक्तियां भी समाहित हैं और इसे धारण करने वाले व्यक्ति को इन दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ग्रहों के अनुसार भी रुद्राक्ष धारण किए जाते हैं। एक से 14 मुखी रुद्राक्ष किसी ना किसी रुद्राक्ष से संबंधित हैं और इस वजह से ग्रहों की शांति के लिए भी रुद्राक्ष धारण किया जाता है।
जन्मकुंडली में किसी भी तरह के ग्रह के अशुभ प्रभाव को शांत करने के लिए रुद्राक्ष सर्वोपरि उपाय है। इसकी सबसे बड़ी खासियत तो ये है कि इसका कोई नुकसान नहीं होता है। रुद्राक्ष इस धरती पर उपलब्ध अनमोल उपहार है।