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सुलेमानी हकीक दुनिया का ऐसा अनोखा पत्थर है जिसे जितनी श्रृद्धा से हिन्दू धारण करता है उतनी ही श्रृद्धा से मुस्लिम भी धारण करते हैं। इसक...
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नवरत्न नाम ही अपने आप में इतना प्रभावशाली है, और उसपर यह कछुए के आकार वाली अंगूठी जिसको नवरत्नों से जड़ित करके हमारे आचार्यों द्वारा अभिमंत्रित किया गय...
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भगवान शिव की आंखों से गिरा प्रथम आंसू ही एकमुखी रुद्राक्ष है। इस रुद्राक्ष को सबसे अधिक कल्याणकारी और महत्वपूर्ण माना गया है। पूरे ब्रह्मांड...
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गोमेद, राहू का रत्न है जो व्यापार और शेयर मार्केट में फायदा दिलवाने में मदद करता है वहीं केतु का रत्न लहसुनिया अचानक धन लाभ के मार्ग खोलता ह...
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रुद्राक्ष और पारद से मिलकर बनी रुद्र पारद माला भगवान शिव को प्रसन्न करने का उपाय है। इस माला को धारण करने से जीवन की सभी समस्याओं से मुक्&zw...
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पन्ना रत्न को कई नामों से जाना जाता है, जैसे संस्कृत में मरकत मणि, फ़ारसी में जरमन, हिंदी में पन्ना और अंग्रेजी में एमराल्ड। पन्ना बुध का रत्...
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ओपल रत्न पति-पत्नी के विवादों को पल भर में दूर करने वाला रत्न है। शुक्र का सम्बन्ध विवाह से होता है, ओपल शुक्र ग्रह के प्रभाव को बढ़ाने के लिए धार...
शनि ग्रह का रत्न नीलम जिसे अंग्रेजी में ब्लू सफायर कहते है। यह चमत्कारिक रत्न शनि देव के शुभ प्रभाव को बढ़ाने में रह मदद करता है। ...
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जन्मकुंडली में शनि दोष के कारण जीवन नारकीय बन सकता है। सभी जानते हैं शनि दोष के कारण जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। इस दोष की वजह से जीवन के ...
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यदि कुंडली का नौंवां घर खराब ग्रहों से ग्रसित हो तो यह पूर्वजों की अधूरी इच्छाओं का सूचक है। इसे ही पितृदोष कहा जाता है। किसी सत्पुरूष, बाह्...
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ग्रहों के अशुभ प्रभाव के कारण जीवन में अनेक तरह की समस्याएं आती हैं। ग्रहों का प्रकोप इतना खतरनाक होता है कि कोई व्यक्ति अपने ही हाथों ...
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अगर आपके घर में कोई लंबे समय से बीमार है और कई ईलाज करवाने के बाद भी रोगी स्वस्थ नहीं हो पा रहा है तो ऐसी स्थिति में महामृत्युंजय मंत्र...
राहु के प्रभाव से उत्पन्न होने वाले दुर्योगों को ही नाग दोष कहा जाता है। जब कुंडली में राहु और केतु पहले घर में, चन्द्रमा के साथ या शुक्र के साथ विराज...
कुंडली में बृहस्पति और राहु का किसी भी तरह संबंध होने से गुरु चंडाल दोष का निर्माण होता है। छाया ग्रह राहु के प्रभाव में आने से गुरु भी अशुभ...
किसी भी तरह के कष्ट के निवारण हेतु कष्ट निवारण पूजा करवाई जाती है। परिवार के किसी सदस्य को कोई लंबा रोग है या कोई हमेशा रोगग्रस्त ...
कुण्डली में राहु और केतु के विशेष स्थिति में होने पर कालसर्प योग बनता है। कालसर्प दोष के बारे में कहा गया है कि यह जातक के पूर्व जन्म के किसी जघन्य अप...