Subscribe Daily Horoscope

Congratulation: You successfully subscribe Daily Horoscope.

Bambleshwari Temple

प्रेम कथा से महकते छत्‍तीसगढ़ के बम्‍बलेश्‍वरी मंदिर का इतिहास बहुत पुराना है। सालभर भक्‍तों से घिरी बम्‍बलेश्‍वरी माता अपने चमत्‍कारों के लिए दुनियाभर में जानी जाती है। राज्‍य की सबसे ऊंची चोटी पर बने मंदिर को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। मंदिर के दर्शन करने के लिए भक्‍तों को कठिन परीक्षा देनी पड़ती है। दरअसल, मंदिर तक पहुंचने के लिए हजार साढियां चढ़नी पड़ती हैं। जो ऊपर नहीं चढ़ पाते उनके लिए पहाड़ी के नीचे छोटी बंबलेश्‍वर माता का मंदिर है जिसकी एक समान मान्‍यता है। छत्‍तीसगढ़ में धार्मिक पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र पुरातन कामाख्‍या नगरी है। पहाड़ों से घिरे होने के कारण यह पर्यटकों को भी खूब लुभाती है। मंदिर के निर्माण काल से नर्तकी कामकंदला और संगीतज्ञ माधवानल की प्राचीन प्रेम कहानी जुड़ी है। मन को आनंद देने वाला छीरपानी जलाशय मंदिर के नीचे है। यहां आने वाले यात्रियों के लिए ये जलाशय धार्मिक के साथ-साथ पर्यटन की इच्‍छा को भी पूरा करता है।

शिव मंदिर

शिव मंदिर की खासियत है कि इसके बाहरी स्‍वरूप को सांपों की विभिन्‍न मुद्राओं से सजाया गया है। जो किसी के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। मुख्‍य मंदिर से पहले श्रद्धालुओं को शिवलिंग और शिव की मूर्ति के दर्शन करने होते हैं।

हनुमान मंदिर

संकटमोचन हनुमान जी का यह मंदिर धार्मिक आस्‍था के साथ-साथ वास्‍तुकला का भी अद्भुत नमूना है। मान्‍यता है कि यहां हनुमान जी अपने भक्‍तों की मन की इच्‍छा जल्‍दी पूरी करते हैं।

क्‍या देखें

पहाड़ी इलाके से घिरे बंबलेश्‍वरी मंदिर का परिदृश्‍य मन को मोह लेता है। प्रकृति प्रेमियों के लिए यहां अनेक दिलचस्‍प नजारे हैं। चित्रकोट वॉटरफॉल के पास पर्यटक रोमांचित होने को मजबूर हो उठते हैं। भोरमदेव का मंदिर ऐतिहासिकता और धार्मिक आस्‍था का संगम है। यहां आकर यात्रियों को असीम शांति का अनुभव होता है। छत्‍तीसगढ़ के मैत्री बाग में महकते फूलों की खुशबू पर्यटकों के मन को ताजगी से भर देती है। इसके अलावा श्री राजीव लोचन मंदिर, कैलाश और कोतूमसर गुफा, केवल्‍य धाम जैन मंदिर, गांधी उद्यान पार्क, लक्ष्‍मण मंदिर आदि दर्शनीय स्‍थान हैं।

कैसे पहुंचे

छत्‍तीसगढ़ के राजनंदगांव जिले के डोंगरगढ़ में स्थित बंबलेश्‍वर मंदिर वायु, रेल और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।

वायु मार्ग-: राजनंदगांव जिले से रायपुर का अका माना हवाई अड़डा 15 किमी की दूरी पर स्‍थित है।

रेल मार्ग-: छत्‍तीसगढ़ का पूरा राज्‍य आंतरिक और बाहरी रूप से अच्‍छी तरह से रेलवे मार्गों से जुड़ा हुआ है। दो मुख्‍य रेलवे रायपुर और बिलासपुर नजदीकी रेलवे स्‍टेशन हैं। 

सड़क मार्ग -: छत्‍तीसगढ़ सभी मैट्रो शहरों से सड़क मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। बस-टैक्‍सी की सुविधा से भी यहां पहुंचा जा सकता है।

Related Temples

Bhoramdeo Mandir

छत्‍तीसगढ़ के भोरमदेव मंदिर का सौंदर्य खजुराहो और कोणार्क से कम नहीं है। सुंदर और विशाल सरोवर के... Read More
 
DMCA.com Protection Status