धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कछुआ भगवान विष्णु का ही एक रूप है, भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण कर समुद्र मंथन के समय मंदराचल पर्वत को अपने कवच पर थामा था। मंदराचल पर्वत को मंदर भी कहते है, ऐसी मान्यता है की जहाँ कछुआ होता है वहा लक्ष्मी स्वयं प्रकट होती है। हिन्दू धर्म के लोग कछुआ अपने घर में रखना या कार्य स्थल में रखना बहुत ही पवित्र और शुभ मानते है।
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धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कछुआ भगवान विष्णु का ही एक रूप है, भगवान विष्णु ने कछुए का रूप धारण कर समुद्र मंथन के समय मंदराचल पर्वत को अपने कवच पर थामा था। मंदराचल पर्वत को मंदर भी कहते है, ऐसी मान्यता है की जहाँ कछुआ होता है वहा लक्ष्मी स्वयं प्रकट होती है। हिन्दू धर्म के लोग कछुआ अपने घर में रखना या कार्य स्थल में रखना बहुत ही पवित्र और शुभ मानते है।
फेंगशुई में भी कछुआ अपने घर या कार्यस्थल में रखना बहुत ही शुभ माना गया है, इसकी स्थापना से सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
व्यापार में बड़े पैमाने पर सफलता अर्जित करने के लिए व्यापार वृद्धि कछुआ अपने घर या ऑफिस में स्थापित करने के बाद दिन दुगनी रात चौगुनी तरक्की करने से आपको कोई नहीं रोक पाता।
व्यापार वृद्धि कछुआ एक ऐसा यंत्र है इसमे समाहित शक्तियां आपको और कहीं नहीं मिलेंगीं। कच्छप यानि कछुए के आकार में बने इस यंत्र में व्यापार वृद्धि यंत्र चित्रित है। इस यंत्र की स्थापना से आपको शीघ्र ही व्यापार में अनेक शुभ लाभ होते है।
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