मूंगा रत्न मंगल ग्रह का रत्न है मूंगा जो मंगल के अशुभ प्रभाव से रक्षा करता है। मूंगा रत्न कई जानलेवा परेशानियों और मुसीबतों से मानव जाति की रक्षा करता है। यदि जन्म कुंडली में मंगल नीच या अशुभ स्थान में बैठा हो तो जातक को मूंगा रत्न पहनने से लाभ होता है।
अगर आप या आपके परिवार का कोई भी सदस्य बहुत आलसी है तो उसे मूंगा रत्न पहनना चाहिए। इस रत्न के प्रभाव से जातक मेहनती और अपने काम को लेकर गंभीर होता है।
मांगलिक दोष से पीडित जातक को भी मूंगा रत्न पहनने से फायदा पहुंचता है। मूंगा रत्न के प्रभाव से मांगलिक दोष के प्रभावों में कमी आती है।
अगर आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है तो आपको मूंगा रत्न धारण करना चाहिए। इस रत्न को पहनने से मांगलिक दोष के प्रभाव में कमी आती है।। मूंगा रत्न मांगलिक दोष के कारण होने वाले नुकसान को भी कम करता है।
स्त्रियों में रक्त की कमी, मासिक धर्म और रक्तचाप जैसी परेशानियों को नियंत्रित करने में भी मूंगा अत्यंत लाभकारी होता है यानि कि ये रत्न महिलाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
मूंगा रत्न धारण करने से जातक के अंदर आत्मविश्वास उत्पन्न होता है और वह अपने शत्रुओं एवं जीवन में आने वाली परेशानियों का डटकर सामना करता है। मूंगा रत्न पहनने से आपके मनोबल में वृद्धि होती है।
जो लोग पुलिस या फौज में अधिकारी हों या जो लोग इन क्षेत्रों में अपना करियर बनाना चाहते हैं वे लोग मूंगा रत्न अवश्य धारण करें।
कितने रत्ती का पहनना चाहिए मूंगा रत्न
मूंगे को सोने की अंगूठी में जड़वा कर धारण किया जाता है। यदि आर्थिक कारणों से सोने की अंगूठी खरीदना संभव न हो तो चांदी में थोड़ा सोना मिलाकर या तांबे की अंगूठी में इसे जड़वाकर धारण किया जा सकता है। मूंगे का कम से कम वजन 6 रत्ती होना चाहिए। इसे आप तर्जनी, मध्यमा या अनामिका अंगुली में धारण कर सकते हैं।
आप Astrovidhi.com ये मूंगा रत्न ऑर्डर कर सकते हैं। Astrovidhi.com से ऑर्डर किए गए सभी रत्न GTL और GLIA द्वारा सर्टिफाइड हैं।