वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया शुभ पर्व मनाया जाता है। कई तरह के शुभ कार्यों के लिए ये पर्व महत्वपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु जी ने धरती पर परशुराम जी के रूप में 6वां अवतार लिया था और इस दिन को परशुराम जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। साथ ही इस दिन गंगा भी धरती पर अवतरित हुई थी।
अक्षय तृतीया कब है?
इस बार अक्षय तृतीया का पर्व 26 अप्रैल को मनाया जाएगा। शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 45 मिनट पर शुरु होकर 12 बजकर 19 मिनट पर समाप्त होगा।
अक्षय तृतीया का महत्व
शास्त्रों में अखा तीज यानि अक्षय तृतीया का बहुत महत्व है। मान्यता है कि इस दिन दान आदि करने से सात जन्मों तक के पाप धुल जाते हैं। इस दिन आप किसी गरीब व्यक्ति को भोजन भी करवा सकते हैं। अक्षय तृतीया का दिन सोना खरीदने के लिए बहुत शुभ माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन सोने के आभूषण खरीदने से घर-परिवार में समृद्धि और खुशहाली आती है।
आखातीज 2020
अक्षय तृतीया को आखातीज भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस शुभ दिन पर भगवान कृष्ण जी के मित्र उनसे मिलने द्वारिका आए थे। उस समय सुदामा जी के पास अपने मित्र को देने के लिए कुछ नहीं था इसलिए उन्होंने कृष्ण जी को भेंट के रूप में चावल दिए थे। उस चावल के बदले भगवान कृष्ण ने सुदामा जी के सारे दुख दूर कर दिए थे।
आखा तीज 2020 पर सर्वसिद्धि योग
अक्षय तृतीया का दिन बहुत शुभ और पवित्र माना जाता है। इस दिन आप बिना किसी मुहूर्त के किसी भी नए या शुभ कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। मकान खरीदने, सोना, वाहन खरीदना, मुंडन संस्कार, दान, धर्म, स्नान आदि कार्यों के लिए अक्षय तृतीया का दिन बहुत शुभ माना जाता है।
हिंदू मुहूर्त में चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि, अश्विन मास की दसवीं तिथि, वैशाख मास की तीसरी तिथि, कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रथम तिथि को शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इन दिनों पर सूर्य और चंद्रमा की चमक बढ़ जाती है। सोमवार के दिन रोहिणी नक्षत्र में अक्षय तृतीया आने पर इसकी शुभता और भी ज्यादा बढ़ जाती है।
अक्षय तृतीया पर विवाह का मुहूर्त
अक्षय तृतीया पर विवाह के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 2 बजे से प्रात: 4 बजे तक रहेगा। शुभ कार्यों के लिए से दिन इतना ज्यादा शुभ होता है कि इस दिन आप बिना किसी ज्योतिषीय सलाह या मुहूर्त के विवाह आदि कार्य संपन्न कर सकते हैं। अगर आप विवाह करना चाहते हैं और आपको कोई शुभ मुहूर्त नहीं मिल पा रहा है तो आप अक्षय तृतीया के दिन बिना मुहूर्त के विवाह कर सकते हैं।
इन राशियों को होगा धन लाभ
इस बार अक्षय तृतीया पर लगभग 11 साल सर्वसिद्धि योग बन रहा है। इस महायोग के कारण सिंह और वृश्चिक राशि के लोगों को धन का लाभ हो सकता है। इस राशि के लोगों को आखा तीज पर कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आप किसी वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने जा सकते हैं। मां लक्ष्मी के पूजन के लिए ये दिन बहुत शुभ होता है और आप इस दिन कोई वाहन या नया मकान आदि खरीद सकते हैं।
अक्षय तृतीया पर शनि होंगें वक्री
अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर सुबह 7 बजकर 17 मिनट पर शनि देव वक्री होंगें और शनि के वक्रगति होने से एवं शनि मंगल का शुक्र के साथ षडाष्टक योग से अपराधों में वृद्धि और दुर्घटनाओं में इजाफा होगा। इसके साथ ही महंगाई बढ़ने की भी संभावना है। शनि का यह वक्री काल 6 सितंबर तक रहेगा।
आइए जानते हैं शनि के वक्री होने का 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा -:
मेष राशि : मेष राशि के लोगों को शनि देव की कृपा से न्याय के क्षेत्र में लाभ मिलेगा।
वृषभ राशि : शनि के प्रकोप के कारण वृषभ राशि के लोगों को कष्टों का सामना करना पड़ सकता है।
मिथुन राशि : मिथुन राशि के लोगों को व्यापार में लाभ होगा और इनके घर में सुख और समृद्धि का आगमन होगा।
कर्क राशि : शनि देव की कृपा से कर्क राशि के जातक अपने शत्रुओं को परास्त कर पाएंगें। अगर कोई मुकदमा चल रहा है तो उसमें भी आपको जीत मिलेगी।
सिंह राशि : सिंह राशि के लोगों को शनि के वक्री होने के कारण संतान से कष्ट मिल सकता है।
कन्या राशि : शनि के वक्री होने पर कन्या राशि के लोगों के परिवार में क्लेश का माहौल बना रहेगा।
तुला राशि : तुला राशि के जातकों के लिए इस दौरान स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं।
वृश्चिक राशि : शनि के इस संचार में वृश्चिक राशि के लोगों को कोई नया समाचार मिल सकता है।
धनु राशि : आपको चोट लग सकती है। वाहन चलाते समय सावधानी बरतें।
मकर राशि : मकर राशि के लोगों को शनि के इस परिवर्तन के कारण धन की हानि उठानी पड़ सकती है।
कुंभ राशि : कुंभ राशि के लोगों को अक्षय तृतीया के दिन वक्री शनि धन लाभ देंगें। आपके लिए ये शुभ समय है।
मीन राशि : मीन राशि के लोगों को शनि के वक्री होने पर उच्च पद की प्राप्ति होगी।
शनि देव को प्रसन्न करने का उपाय
शनि देव को प्रसन्न करने और उनके प्रकोप को शांत करने के लिए दशरथकृत शनि स्रोत का पाठ करें। मंगलवार या शनिवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। शनिवार के दिन सरसों के तेल का दान करें।
अक्षय तृतीया का दिन शुभ कार्यों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है इसलिए अगर लंबे समय से आप कोई नया काम शुरु करने की सोच रहे हैं तो इस दिन बिना कोई मुहूर्त निकलवाएं आप उस काम को शुरु कर सकते हैं। विवाह के लिए भी ये दिन बहुत शुभ माना जाता है। अक्षय का अर्थ है अनंत और इस दिन दान करने से अनंत काल तक पुण्य की प्राप्ति होती है इसलिए आप अक्षय तृतीया के दिन दान आदि जरूर करें। इससे आपको ही नहीं बल्कि आपके पूर्वजों को भी पाप से मुक्ति मिलेगी।
अगर आप कर्ज या आर्थिक तंगी से गुज़र रहे हैं या अपनी संपन्नता को बढ़ाना चाहते हैं तो इस नंबर पर कॉल कर 8882540540 अक्षय तृतीया के दिन ऑनलाइन महालक्ष्मी पूजन करवा सकते हैं।