गुलाब क्वार्ट्ज, जिसे आमतौर पर “प्रेम का रत्न” कहा जाता है, एक ऐसा क्रिस्टल है जो जीवन में सच्चे प्रेम और आत्मीयता को आकर्षित करने में सहायक माना जाता है। यह विशेष रूप से आत्म-प्रेम, भावनात्मक संतुलन, और रोमांटिक संबंधों को मजबूत करने में प्रभावशाली होता है। यह हृदय चक्र (Heart Chakra) को सक्रिय कर, आपके भीतर दया, करुणा और सकारात्मक भावनाओं को बढ़ाता है, जिससे आप दूसरों के प्रेम और भावनाओं को सहजता से स्वीकार कर पाते हैं और रिश्तों में मधुरता आती है। Rose Quartz ब्रेसलेट प्रेम, सौंदर्य और भावनात्मक संतुलन का प्रतीक माना जाता है। यह एक बहुत ही सौम्य और शक्तिशाली हीलिंग क्रिस्टल है, खासकर हृदय चक्र (Heart Chakra) के लिए।
Rose Quartz ब्रेसलेट के प्रमुख फायदे:
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प्रेम और रिश्तों में सुधार – यह प्रेम की ऊर्जा को बढ़ाता है, चाहे वह आत्म-प्रेम हो, पारिवारिक प्रेम या रोमांटिक संबंध।
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टूटा हुआ दिल और भावनात्मक घावों को भरता है – ब्रेकअप या भावनात्मक दुख से उबरने में सहायक होता है।
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आत्म-स्वीकृति और आत्म-सम्मान बढ़ाता है – आत्मविश्वास में वृद्धि करता है और खुद को स्वीकार करने की भावना देता है।
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शांति और सौम्यता लाता है – गुस्सा और चिड़चिड़ापन कम करता है, मन को शांत रखता है।
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नींद में सुधार करता है – इसे पहनने से अच्छी और गहरी नींद आने लगती है, खासकर अगर आप मानसिक तनाव में हों।
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त्वचा में निखार लाने में सहायक – सौंदर्य में वृद्धि और चेहरे पर आकर्षण लाने के लिए भी उपयोगी माना गया है।
🕉️ Rose Quartz ब्रेसलेट पहनने का सही दिन और विधि:
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पहनने का शुभ दिन:
🌿 शुक्रवार (Venus यानी शुक्र ग्रह से जुड़ा दिन, प्रेम और सौंदर्य का कारक) -
पहनने का शुभ समय:
प्रातःकाल स्नान के बाद, जब आपका मन शांत हो। -
पहनने से पहले शुद्धिकरण विधि:
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ब्रेसलेट को कांच या मिट्टी के बर्तन में कुछ देर के लिए गंगाजल या साफ पानी और थोड़ा सा नमक मिलाकर रखें।
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15-20 मिनट बाद निकाल कर सुखा लें।
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चंद्रमा की रोशनी में रातभर रखना इसे ऊर्जावान बनाता है।
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मंत्र (अगर आप चाहें):
“ॐ शुं शुक्राय नमः” का 11 या 108 बार जाप करें। -
कौन से हाथ में पहनें?
👉 बाएं हाथ में पहनें, क्योंकि बायां हाथ ग्रहण करने की ऊर्जा (receiving energy) का प्रतीक होता है।