समृद्धि और खुशहाली के लिए जरुर धारण करें पुखराज

बृहस्पति का रत्न पुखराज जीवन में समृद्धि और खुशहाली लेकर आता है। राजनीति से जुड़े लोग, सरकारी सेवा में कार्यरत तथा कोर्ट-कचेहरी से सम्बन्ध रखने वाले लोगों के लिए यह रत्न बहुत शुभ फल देने वाला होता है। बृहस्‍पति देव धनु राशि के अधिपति ग्रह हैं, बृहस्पति इस राशि का प्रतिनिधित्व करते है, इसलिए धनु राशि के लोगों को पुखराज रत्‍न अवश्य धारण करना चाहिए। इसके प्रभाव से सोचने-समझने की शक्ति में वृद्धि होती है। वैदिक ज्योतिष में पुखराज का बड़ा ही महत्व है। बृहस्पति यानि की गुरु की कृपा पाने के लिए ही पुखराज धारण किया जाता है। ज्ञान और बुद्धि का प्रतिनिधित्व करने का कार्य पुखराज करता है। पीला पुखराज एक बेहद खूबसूरत रत्न है।

पुखराज क्यों धारण किया जाता हैं

जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति शुभ होकर भी अपनी शुभता नहीं दे पाते तथा बलहीन हो जाते है, उनके लिए पुखराज धारण करना लाभदायक होता है दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि जिन लोगों की कुंडली में बृहस्पति अच्छे होने के बाद भी अपना प्रभाव नहीं दे रहे है, उनके लिए पुखराज धारण करना लाभदायक होता है। बृहस्पति की महादशा तथा अन्तर्दशा में भी पुखराज धारण करने से लाभ होता है। यह रत्न जीवन में समृद्धि और खुशहाली लेकर आता है। यह रत्न बहुत शुभ फल देने वाला होता है। भाग्य वृद्धि के साथ साथ यह रत्न धार्मिक आस्था में वृद्धि करने का कार्य भी करता है। पुखराज का प्रभाव शरीर और मन पर पड़ता है, जिसके कारण जातक अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के योग्य बनता है और उस दिशा में वो मेहनत भी करता है।

अभी पुखराज रत्न आर्डर करें

पुखराज के लाभ

  • पुखराज के प्रभाव से अन्याय के प्रति लड़ने की ताकद आती है। मानसिक तनाव को दूर कर, सकारात्मकता लाने का कार्य यह रत्न करता है।
  • पुखराज धारण करने से धन-वैभव तथा ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसके प्रभाव से प्रसिद्धि के साथ साथ अच्छा धन लाभ होता हैं।
  • पुखराज धारण करने से निर्णय लेने की क्षमता का विकास होता हैं, मन एकचित्त रहता हैं तथा काम में मन लगता हैं, शरीर में चुस्ती-फुर्ती देखने को मिलती हैं।
  • जिन जातकों की शादी में विलम्ब हो रहा हैं, उन्हें पुखराज धारण करने से लाभ होता है तथा उनकी शादी में आ रही रुकावटें दूर होती हैं तथा शादी के योग जल्दी बन जाते है।
  • पुखराज के प्रभाव से टीवी सीरियल के कलाकार, फिल्म उद्योग से जुड़े लोग या बड़े-बड़े उद्योगपतियों को धन-वैभव तथा ऐश्वर्य की प्राप्ति के साथ साथ नाम और फेम भी मिलती है।

पुखराज किस दिन और किस अंगूली में धारण करें

पुखराज रत्न शुक्ल पक्ष में गुरूवार के दिन सुबह दाहिने हाथ की तर्जनी अंगूली में धारण करना सबसे उत्तम माना गया है। इसके अलावा यह रत्न गुरु की महादशा या अन्तर्दशा में भी धारण करना लाभदायक होता है।

अभी पुखराज रत्न आर्डर करें

Rate this post

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here