अग्नि तत्व की राशि है मेष जिसका स्वामी मंगल ग्रह है। इस राशि के जातकों की पहचान है इनका स्वतंत्र एवं अति विश्वसनीय स्वभाव। यह धैर्यवान, साहसी और पराक्रमी होते हैं। इन्हें जीवन में रिस्क लेना पसंद होता है लेकिन इनमें अहम् की अधिकता होती है।
मेष राशि के जातक ऊर्जा से भरपूर होते हैं। इनके चेहरे पर शिशु की तरह मासूमियत भी झलकती है। ये व्यक्ति अपना जीवन अपनी शर्तों पर जीना चाहते हैं। इन्हें अपनी विचारधारा और पसंद से समझौता करना पसंद नहीं होता।
अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए ये जीतोड़ मेहनत करने से भी नहीं हिचहिचाते। वैसे तो इनमें काफी उत्साह होता है लेकिन ये किसी भी कार्य के अंत तक अपने उत्साह को बनाकर नहीं रख पाते। इनकी खूबी होती है कि ये मुश्किल से मुश्किल कार्य को भी हंस कर पूरा कर लेते हैं।
अगर काम में असफलता मिलती है तो ये इसका श्रेय दूसरों को देते हैं जबकि सत्य यह है कि इनकी असफलता का कारण इनका आलस और काम के प्रति अनिच्छा होती है।
प्यार के मामले में ये जातक ज्यादा रोमांटिक नहीं होते लेकिन इनका प्यार सच्चा होता है। यह पूरे समर्पण भाव से प्रेम करते हैं।