1. भोजन संबंधी नियम
शास्त्रों में किसी को भोजन कराना अर्थात् घर आए मेहमान को भोजन कराना पुण्य का काम माना गया है। गरूड पुराण में भोजन संबंधी कुछ नियमों एवं स्थान का उल्लेख किया गया है। इसके अनुसार वर्जित स्थान पर भोजन करने से चरित्र और मस्तिष्क दूषित हो जाता है। इसमें ऐसे लोगों का भी उल्लेख है जिनका न केवल हाथ का बना खाना दूषित माना जाता है बल्कि जो इनके हाथ का भोजन खाता है वह भी मन-मस्तिषक से संक्रमित हो जाता है। आइए जानते हैं कि हिंदू धर्म में किस प्रकार और कैसे लोगों के हाथ का भोजन खाना वर्जित है -: